हिंदी चर्चा ( Hindi Charcha ) में आज हम आपको बताएँगे गणतंत्र का अर्थ है देश में रहने वाले लोगों की सर्वोच्च शक्ति। जिसमे हमारे राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा की शान और कुर्बान हुये शहीदों पर श्रद्धा लुटाई गयी है। गणतंत्र दिवस कविता अपने भावों की अभियक्ति का एक माध्यम है। गणतंत्र दिवस भारत के प्रमुख राष्ट्रीय उत्सवों में से एक हैं, जो अपने आप में बहुत सी विशेषताएं लिये हुये है। इस दिन सभी अपनी भावनाओं को कविता, भाषण, या व्याख्यान के माध्यम से करते हैं। इस अवसर को और खास बनाने के लिये हम गणतंत्र दिवस पर कविताएं (Republic Day Poem) उपलब्ध करा रहे हैं।
‘आओ प्यारा देश का तिरंगा फहराये’
आओ प्यारा देश का तिरंगा लहराये, आओ प्यारा देश का तिरंगा फहराये;
अपना गणतंत्र दिवस है आया, झूमे, नाचे, खुशी मनाये।
अपना 69वाँ गणतंत्र दिवस खुशी से मनायेगे;
देश पर कुर्बान हुये शहीदों पर श्रद्धा सुमन चढ़ायेंगे।
26 जनवरी 1950 को अपना गणतंत्र लागू हुआ था,
भारत के पहले राष्ट्रपति, डॉ. राजेन्द्र प्रसाद ने झंड़ा फहराया था,
मुख्य अतिथि के रुप में सुकारनो को बुलाया था,
थे जो इंडोनेशियन राष्ट्रपति, भारत के भी थे हितैषी,
था वो ऐतिहासिक पल हमारा, जिससे गौरवान्वित था भारत सारा।
विश्व के सबसे बड़े संविधान का खिताब हमने पाया है,
पूरे विश्व में लोकतंत्र का डंका हमने बजाया है।
इसमें बताये नियमों को अपने जीवन में अपनाये,
थाम एक दूसरे का हाथ आगे-आगे कदम बढ़ाये,
आओ तिरंगा लहराये, आओ तिरंगा फहराये,
अपना गणतंत्र दिवस है आया, झूमे, नाचे, खुशी मनाये।
आशा करते है आपको यह कविता पसंद आई होगी.