-151-
मानव के कर्म ही उसके विचारो
की सर्वश्रेष्ठ व्याख्या है।
-152-
“बुरा वक्त कभी बताकर नहीं आता,
मगर सिखा कर बहुत कुछ जाता है।”
-153-
दुःख भोगने से इन्सान को
सुख के मूल्य का ज्ञान होता है।
-154-
“मैं श्रेष्ठ हूं यह आत्मविश्वास है,
लेकिन मैं ही श्रेष्ठ हूं यह अहंकार है।”
-155-
इस दुनिया में असंभव कुछ भी नही,
हम वो सब कर सकते है, जो हम सोच सकते है।
-156-
समय की सीमा जानने का एक ही टिका है,
असंभव से भी आगे निकल जाना।
-157-
मुस्कान पाने वाला मालामाल हो जाता है पर
देने वाला दरिद्र नहीं होता।
-158-
“यदि आप गुस्से के एक क्षण में धैर्य रखते है,
तो दु:ख के सौ दिन से बच जाते है।”
-159-
भलाई करना कर्तव्य नहीं, आनंद है, क्योंकि यह
तुम्हारे स्वास्थ्य और सुख में वृद्धि करता है।
-160-
यदि हमारे मन में शांति नहीं है तो इसकी वजह यह है
कि हम भूल चुके है कि हम एक-दुसरे के है।