-171-
सफलता का आनंद उठाने के लिए जरूरी है,
की इंसान कठिनाईयों से गुजरकर इस तक पहुंचे।
-172-
जो मनुष्य अपना क्रोध अपने ही ऊपर झेल लेता है,
वह दुसरो के क्रोध से बच जाता है।
-173-
कर्म वो आईना है जो हमारा
स्वरूप हमें दिखा देता है।
-174-
प्रसन्नता परमात्मा की और से दी गयी ओषधि है।
-176-
प्रश्न कर पाने की क्षमता ही
मानव प्रगति का आधार है।
-177-
एक सृजनशील व्यक्ति कुछ कर पाने की उम्मीद से प्रेरित होता है,
दुसरो को होड़ में हराने की उम्मीद से नहीं ।
-178-
विज्ञानं हमे सोचना सिखाता है,
लेकिन प्रेम हमें मुस्कुराना सिखाता है।
-179-
खुशी तब मिलेगी जब आप जो सोचते है, जो कहते है,
जो करते है, जो करते है, वह सामंजस्य में हो।
-180-
महत्व इस बात का नहीं है कि आप कितने अच्छे है,
महत्व इस बात का है कि आप कितना अच्छा बनना चाहते है।