सफलता प्राप्त करनी हो या फिर अपनी परेशानियों को खत्म करना, जीवन के हर मोड पर आचार्य चाणक्य की नीतियां काम आती है। आचार्य चाणक्य ने अपनी इन नीतियों के माध्यम से ही चंद्रगुप्त को अखंड भारत का सम्राट बना दिया था। आचार्य ने नीतिशास्त्र में मनुष्य के कल्याण के लिए कई बातों का जिक्र किया है। अगर व्यक्ति उनकी नीतियों पर ठीक से ध्यान देकर उसे अपने जीवन में अपनाए तो वह एक सहज जीवन बीता कर सकता है। आचार्य चाणक्य ने अपने नीतिशास्त्र में तीन ऐसी बातें भी बताई है, जिसे किसी भी व्यक्ति को दूसरे के सामने जिक्र नहीं करनी चाहिए। चाणक्य कहते हैं कि अगर मनुष्य के ये तीन रहस्य दूसरों को पता चल गए तो वह आपका जीवन बर्बाद कर देगा।
दांपत्य जीवन से जुड़ी बातें – आचार्य चाणक्य के अनुसार, किसी भी व्यक्ति को दूसरे के सामने पति और पत्नी के बीच होने वाली बातों की चर्चा नहीं करनी चाहिए, फिर चाहे सामने वाला आपका करीबी मित्र ही क्यों न हो। पति-पत्नी के बीच की चर्चा बाहर चली गईं तो इससे वैवाहिक जीवन में दरार पड़ सकती है। इससे न सिर्फ वैवाहिक जीवन औरों के सामने उपहास का विषय बन सकता है, बल्कि आप दोनों की छवि समाज में खराब हो सकती है। साथ ही सामने वाला इसका फायदा भी उठा सकता है।
आर्थिक स्थिति का जिक्र – चाणक्य नीति के अनुसार, व्यक्ति को किसी भी व्यक्ति के सामने अपने आर्थिक स्थिति या धन की चर्चा नहीं करनी चाहिए। धन के मामले में किसी पर भी विश्वास कर पाना मुश्किल होता है। व्यक्ति को कभी भी अपने पास मौजूद धन, आर्थिक नुकसान, किसी से लिए गए कर्ज आदि की जानकारी दूसरों को नहीं देनी चाहिए। क्योंकि ये ऐसी जानकारियां हैं, जिसका कोई भी फायदा उठा सकता है। अगर आप आर्थिक परेशानी में घिरे हैं तो लोग आप से दूर होने लगेंगे, वहीं अगर आपके पास धन है तो लोग उसे हड़पने की कोशिश करेंगे।
धोखा मिलने की बात न बताएं – आचार्य चाणक्य के अनुसार, अगर आपके साथ किसी तरह की धोखाधड़ी हुई है, तो इस बात का जिक्र सिर्फ परिवार वालों के सामने ही करें। अगर बाहरी लोगों से इसका जिक्र करेंगे तो लोग आपकी काबीलियत पर सवाल उठाते हुए आपको कमजोर बुद्धि वाला समझेंगे। हो सकता है आपकी इस दशा को जानकर कोई दूसरा भी आपके साथ फरेब करने की कोशिश करें।