नमस्कार दोस्तों हिंदी चर्चा में आपको स्वागत है, आज की स्वास्थय चर्चा में हम आपको बताएँगे आयुर्वेद में फिटकरी एक ऐसा क्रिस्टल है जो आज के समय में सभी घरों में प्रयोग होता है। पुरुष इसे आफ्टरशेव के तौर पर इस्तेमाल करते है।
यह सामान्यतः लाल व सफेद दौ प्रकार की होती हैं।
मगर शायद आप नहीं जानते होंगे की फिटकरी के और भी बहुत सारे ऐसे फायदे है जो आपकी बहुत सी समस्याओं को समाप्त कर सकता है.
तो आइये जानते है फिटकरी के आयुर्वेदिक फायदे
- फिटकरी को चोट या घाव लगने पर इस्तेमाल करने से करें। फिटकरी का पानी लगाने से घाव से खून बहना बंद हो जाएगा। आपके इसका चूर्ण बना कर भी प्रयोग कर सकते हैं।
- चेहरे से झुर्रियों को मिटाने के लिये चेहरे को धो लें। फिर फिटकरी को ठंडे पानी से गीला कर के चेहरे के आस पास हल्के रगडें। अब इसे सूख जाने दें और फिर इसे हाथों से छुड़ा कर साफ कर लें। कुछ महीनों के प्रयोग के बाद आपका चेहरा चमकदार और यंग बन जाएगा।
- दमा और खांसी है तो, आधा ग्राम फिटकरी को पीस कर शहद के साथ मिक्स कर के चाट लें, आपको तुरंत लाभ होगा। or फुलाई हुई फिटकरी एक तोला और मिश्री दो तोला दोनों को महीन पीसकर रख लें। एक-एक माशा नित्य सवेरे खाने से दमा के रोग में लाभ होता है।
- एंटीबैक्टीरियलऔर एस्ट्रिजेंट तत्व होने की वजह से यह दंत रोग को दूर कर सकती है। यह माउथवॉश की तरह भी प्रयोग की जा सकती है। फिटकरी और काली मिर्च पीसकर दांतों की जड़ों में मलने से दांतों की पीड़ा में लाभ होते है।
- फिटकरी को नहाने के पानी में घोल कर प्रयोग करने से खुजली और शरीर से बदबू आना बंद होती है।
- कीडे़-मकौडे़ के काट लेने पर फिटकरी के टुकड़े को उस जगह पर रगडे़। इससे सूजन, घाव और लालिमा दूर होगी।
- फिटकरी को चेहरे पर लगाने से चेहरा गोरा बनता है और त्वचा टोन हो जाती है।
- एक लीटर पानी में 10 ग्राम फिटकरी का चूर्ण घोल लें। इस घोल से प्रतिदिन सिर धोने से जुएं मर जाती हैं।
- टांसिल की समस्या होने पर गर्म पानी में चुटकी भर फिटकरी और नमक डालकर गरारे करें। इससे टांसिल की समस्या में जल्दी ही आराम मिल जाता है।
- कान में फुंसी हो अथवा मवाद आता हो तो एक प्याले में थोड़ी-सी फिटकरी पीसकर पानी डालकर घोलें और पिचकारी द्वारा कान धोएं।
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