वास्तु

जानिए वास्तु के अनुसार कैसा होना चाहिए आपका पढाई का कमरा

Written by hindicharcha

नमस्कार दोस्तों हिंदी चर्चा में आपका स्वागत है, वास्तु ज्ञान में आज हम आपको बताएँगे वास्तु के अनुसार कैसा होना चाहिए आपका पढाई का कमरा।

तो आइये जानते है वास्तु के अनुसार कैसा होना चाहिए आपका पढाई का कमरा

पूर्व, उत्तर, ईशान तथा पश्चिम के मध्य में अध्ययन कक्ष बनाया जा सकता है। अध्ययन करते समय दक्षिण तथा पश्चिम की दीवार से सटाकर पूर्व तथा उत्तर की ओर मुख करके बैठें। अपनी पीठ के पीछे द्वार अथवा खिड़की न हो।

अध्ययन कक्ष का ईशान कोण खाली हो। घर में अध्ययन का स्थान ईशान या पश्चिम मध्य में होना चाहिए। टेबल तथा कुर्सी इस प्रकार से रखने चाहिए कि पढ़ते समय मुख उत्तर या पूर्व दिशा में हो।

पीठ के पीछे दीवार हो किन्तु खिड़की या दरवाजा न हो तथा बीम के नीचे न हो। अध्ययन कक्ष में किताब रखने की आलमारी दक्षिणी दीवार पर या पश्चिम दीवार पर होनी चाहिए। आलमारी कभी भी नैऋत्य या वायव्य कोण में नहीं होनी चाहिए।

अध्ययन कक्ष का रंग हल्का हरा, बादामी, हल्का आसमानी या सफेद रखना अच्छा होता है। इसी प्रकार से जातक के राशि के रंगों के अनुसार गृह में रंगों का प्रयोग पर्दे,चादर इत्यादि में कभी किया जा सकता है।

वास्तुशास्त्र के इन सामान्य सूत्रों के प्रयोग से मानव अपने जीवन में अधिक लाभ प्राप्त कर सकता हैं।

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